भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"टाबर / ॠतुप्रिया" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=सपनां...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 8: पंक्ति 8:
 
{{KKCatRajasthaniRachna}}
 
{{KKCatRajasthaniRachna}}
 
<poem>
 
<poem>
टाबर
 
  
 
इस्कूल खुलै
 
इस्कूल खुलै
पंक्ति 19: पंक्ति 18:
 
अमीर-गरीब
 
अमीर-गरीब
 
जात-पांत
 
जात-पांत
अर चिंतावां संू दूर
+
अर चिंतावां सूं दूर
 
जठै जावै टाबर
 
जठै जावै टाबर
 
आपरी
 
आपरी

16:43, 8 जुलाई 2017 के समय का अवतरण


इस्कूल खुलै
तद रुणक बापरै
इस्कूलां री
नूंईं-नूंईं डे्रसां में
किलकारी मारता टाबर
हाँसता-खेलता टाबर
उछळता-कूदता टाबर
अमीर-गरीब
जात-पांत
अर चिंतावां सूं दूर
जठै जावै टाबर
आपरी
सौरम फैलावै टाबर।