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"आफैँसँग बिरानो म / दिनेश अधिकारी" के अवतरणों में अंतर
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10:23, 23 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
आफैँसँग बिरानो म कहाँ रम्न जाऊँ ?
जहिले पनि एक्लै हुन्छ मैले टेक्ने ठाउँ
मौनता नै हार मेरो मौनता नै जित
भीडमा म हिँडिरे’छु एक्लै आफूसित
व्यर्थै किन सोध्यौ तिमीले कुन हो मेरो गाउँ ?
जहिले पनि एक्लै हुन्छ मैले टेक्ने ठाउँ
आफ्नै आँखा घाम मेरो, आफ्नै आँखा रात
मेरो हाँसो मेरै लागि नबिर्सिने घात
बुझ्दिनँ म आफैँ पनि कसलाई सोध्न जाऊँ ?
जहिले पनि एक्लै हुन्छ मैले टेक्ने ठाउँ