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"कुरा सुन्छु नानाथरी / दिनेश अधिकारी" के अवतरणों में अंतर
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− | कुरा सुन्छु | + | |
− | बह पोख्ने ठाउँ छैन बसेकी छु बाटो हेरी | + | कुरा सुन्छु नानाथरी, गाँठो पर्छ छातीभरि |
− | लैजा चरी मेरो खबर जहाँ होला उसको | + | बह पोख्ने ठाउँ छैन, बसेकी छु बाटो हेरी |
− | हातमाथि हात राखी | + | लैजा चरी मेरो खबर, जहाँ होला उसको सहर |
− | लाएको | + | |
− | मुटु | + | हातमाथि हात राखी, देवी–देवता सबै भाकी |
− | + | लाएको यो चोखो माया कतै बिर्सिदिने हो कि ? | |
− | + | मुटु काँप्छ सधैँ थरर, एकैनास साँझ–सबेर | |
− | उसको आँखाभित्र आफ्नो रमाएको | + | |
− | + | चुरा–पोतेसँग खेल्न, बाँकी नै छ डोली चढ्न | |
+ | उसको आँखाभित्र आफ्नो रमाएको रूप हेर्न | ||
+ | फुल्नै नपाई मेरो रहर, हुने हो कि बाँझो बगर | ||
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16:00, 23 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
कुरा सुन्छु नानाथरी, गाँठो पर्छ छातीभरि
बह पोख्ने ठाउँ छैन, बसेकी छु बाटो हेरी
लैजा चरी मेरो खबर, जहाँ होला उसको सहर
हातमाथि हात राखी, देवी–देवता सबै भाकी
लाएको यो चोखो माया कतै बिर्सिदिने हो कि ?
मुटु काँप्छ सधैँ थरर, एकैनास साँझ–सबेर
चुरा–पोतेसँग खेल्न, बाँकी नै छ डोली चढ्न
उसको आँखाभित्र आफ्नो रमाएको रूप हेर्न
फुल्नै नपाई मेरो रहर, हुने हो कि बाँझो बगर