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"छोटा-सा नन्हा-सा बच्चा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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छोटा -सा  नन्हा -सा बच्चा  हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
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छोटा -सा  नन्हा -सा बच्चा  हाथ बढ़ाये छू ले चाँद
 
उसके लिए है खेल तमाशा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
 
उसके लिए है खेल तमाशा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
  
एक घरौंदा छोटा -सा मिट्टी का ताजमहल लगता,
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एक घरौंदा छोटा -सा मिट्टी का ताजमहल लगता
 
शहंशाह होता है बच्चा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
 
शहंशाह होता है बच्चा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
  
बच्चा नहीं चाहता सुनना पैसा नहीं बाप के पास,
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बच्चा नहीं चाहता सुनना पैसा नहीं बाप के पास
 
उसको तो बस मिले खिलौना हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
 
उसको तो बस मिले खिलौना हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
  
हम लोगों की तरह मुखौटा नहीं चाहिए बच्चे को,
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हम लोगों की तरह मुखौटा नहीं चाहिए बच्चे को
 
सेाना जैसे लागे साँचा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
 
सेाना जैसे लागे साँचा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
  
बच्चा नहीं पूछता मज़हब जाति दूसरे बच्चे से,
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बच्चा नहीं पूछता मज़हब जाति दूसरे बच्चे से
उसको सब लगता अपना -सा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
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उसको सब लगता अपना-सा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
  
चूहा -बिल्ली, बाज- कबूतर, चींटी -हाथी, नेउर -साँप,
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चूहा-बिल्ली, बाज-कबूतर, चींटी-हाथी, नेउर-साँप
 
सब में वो देखे याराना हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
 
सब में वो देखे याराना हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।
 
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17:28, 23 अगस्त 2017 के समय का अवतरण

छोटा -सा नन्हा -सा बच्चा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद
उसके लिए है खेल तमाशा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।

एक घरौंदा छोटा -सा मिट्टी का ताजमहल लगता
शहंशाह होता है बच्चा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।

बच्चा नहीं चाहता सुनना पैसा नहीं बाप के पास
उसको तो बस मिले खिलौना हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।

हम लोगों की तरह मुखौटा नहीं चाहिए बच्चे को
सेाना जैसे लागे साँचा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।

बच्चा नहीं पूछता मज़हब जाति दूसरे बच्चे से
उसको सब लगता अपना-सा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।

चूहा-बिल्ली, बाज-कबूतर, चींटी-हाथी, नेउर-साँप
सब में वो देखे याराना हाथ बढ़ाये छू ले चाँद।