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"तुम आए तो आया मुझे याद / आनंद बख़्शी" के अवतरणों में अंतर
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तुम आये तो आया मुझे याद गली में आज चाँद निकला | तुम आये तो आया मुझे याद गली में आज चाँद निकला | ||
− | जाने कितने दिनों के बाद गली में आज चाँद निकला | + | जाने कितने दिनों के बाद, गली में आज चाँद निकला |
− | ये नैना बिन काजल तरसे | + | ये नैना बिन काजल तरसे, बारह महीने बादल बरसे |
− | सुनी रब ने मेरी फ़रियाद गली में आज चाँद निकला ... | + | सुनी रब ने मेरी फ़रियाद, गली में आज चाँद निकला ... |
− | आज की रात जो मैं सो | + | आज की रात जो मैं सो जाती, खुलती आँख सुबह हो जाती |
− | मैं तो हो जाती बस | + | मैं तो हो जाती बस बरबाद, गली में आज चाँद निकला ... |
मैं ने तुमको आते देखा अपनी जान को जाते देखा | मैं ने तुमको आते देखा अपनी जान को जाते देखा | ||
− | जाने फिर क्या हुआ नहीं याद गली में आज चाँद निकला ... | + | जाने फिर क्या हुआ, नहीं याद, गली में आज चाँद निकला ... |
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02:18, 16 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण
तुम आये तो आया मुझे याद गली में आज चाँद निकला
जाने कितने दिनों के बाद, गली में आज चाँद निकला
ये नैना बिन काजल तरसे, बारह महीने बादल बरसे
सुनी रब ने मेरी फ़रियाद, गली में आज चाँद निकला ...
आज की रात जो मैं सो जाती, खुलती आँख सुबह हो जाती
मैं तो हो जाती बस बरबाद, गली में आज चाँद निकला ...
मैं ने तुमको आते देखा अपनी जान को जाते देखा
जाने फिर क्या हुआ, नहीं याद, गली में आज चाँद निकला ...