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रूंख
फळ देवै
छियां देवै
पौधा
फूल देवै
मै'क फैलावै
धरती
धान देवै
अर नद्यां
पाणी देवै
आपां
प्रकृति सूं सीखां
जीवां नै
मिनख ज्यूं दीखां।