भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पीडाको सौन्दर्य / शारदा शर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शारदा शर्मा |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKC...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
08:46, 11 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
तीब्र कुण्ठाको अँध्यारो गुफा जस्तो जीवनमा
बटुलेर विशुद्ध उल्लासका उज्याला आलम्व
प्रेमले घृणा पोत्छु
मायाले घात छेक्छु
छियाछिया भएको घाइते हृदयले
म नित्य तिम्रा निम्ति
नवीन खुसीका कविता लेख्छु।