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"पहले जेब टटोल / बालकृष्ण गर्ग" के अवतरणों में अंतर
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− | + | कहा गधे ने पहुँच ‘शाप’ पर- | |
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14:21, 22 मई 2018 के समय का अवतरण
कहा गधे ने पहुँच ‘शाप’ पर-
‘लेने आया मोल;
बड़िया से बादाम छाँटकर
पाँच किलो दे तोल!’
मुर्गा मेवे वाला बोला-
‘पहले जेब टटोल;
भाव पाँच सौ रुपए किलो है
कितने तोलूँ, बोल?’
[रचना: 27 सितंबर 1996]