"बिषहरी चरित्र / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा" के अवतरणों में अंतर
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चन्द्रप्रकाश जगप्रिय |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) छो (Rahul Shivay ने बिषहरी चरित्र / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय पृष्ठ [[बिषहरी चरित्र / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
15:48, 24 मई 2018 का अवतरण
पार्टी लीडर कथा
होरे फूल तोड़े गेलौं हे माता कमल के दह हे।
अरे ओही फूल आवे हे देवी लेले अवतार हे॥
होरे पांचों तो बहिनी हे देवी पांचो समतूल हे।
ओरे पांचहुँके सिरशोभो काली चंदन केश हे माता हे॥
होरे नगर कोकिलापुर महादेव कर मठ माया हे।
होरे तेही मठरही छला महादेव पारवती हे माता॥
होरे तेही तो नगर हे छलैसोनादह पोखरी होमाया।
होरे चारो घाटबांधलजे छलैसोलरंअ के घ्ज्ञाट हेमाया॥
होरे तेही घाट स्नान रे करें भोलामहोव हेमाया।
होरे नितदिन आवेहे महादेव बन्दों आसनान हेमाया॥
होरे सोनादह आवेहे महादेव बंदों असनान हेमाया।
होरे पाँच जटा केशहे महादेव जलमें भासल हेमाया॥
होरे पाँच जटाकेश महादेव भेल कमलके फूल हेमाया।
होरे तेहीमें औतार लेले पांचो बहिन विषहरी हेमाया॥
होरे रोज तो सोमार गे माता लेले औतार होमाया।
होरे तब तो आएलै हे देवी गौराके मठ हेमाया॥
होरे तब वह डँसवे आजु गौरा पारवती हेमाया।
होरे तबजे कालीयेरे तोरा भोला महादेव हेमाया॥
होरे पाताल से आएलादेबा फल लेले बास हेमाया।
होरे चलल जे आवे हे देवता हे महादेव पास हेमाया॥
होरे पोखरी किनारे हेदेवता भयेगेल ठाढ़ हेमाया।