भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गोरबन्द / लक्ष्मीनारायण रंगा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लक्ष्मीनारायण रंगा |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:14, 24 जुलाई 2018 के समय का अवतरण
ओ सुरंगो आभो है क
इन्दर धनुस रै
सतरंगी साटण सूं
खारे समन्द री
बादळ कोड्या सूं
बीजळयां रै
चिमकणा काचां सूं
किरणळ फुन्दां सूं
लड़ालूम
गोरबन्द!