भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हाइकु 27 / लक्ष्मीनारायण रंगा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लक्ष्मीनारायण रंगा |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

20:20, 26 जुलाई 2018 के समय का अवतरण

सै नै हंसावै
मन-मन में रोवै
खुद जोकर

हर गोपी नैं
लगाणा पड़ै चक्र
महारास में

पिंजरबंद
मैनावां भूल जावै
खुलै आभै नैं