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+ | * [[ठीक हुआ जो बिक गए सैनिक / आलोक श्रीवास्तव-१]] | ||
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+ | * [[मंज़िल पे ध्यान हमने ज़रा भी अगर दिया / आलोक श्रीवास्तव-१]] | ||
+ | * [[जाड़े के बर्फ़ीले दिन / आलोक श्रीवास्तव-१]] | ||
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आलोक श्रीवास्तव
जन्म | 30 दिसम्बर 1971 |
---|---|
जन्म स्थान | शाजापुर, मध्य प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
आमीन (2007) | |
विविध | |
ग़ज़ल के लिए अभिनव शब्द शिल्पी सम्मान, 'आमीन' के लिए का 'डॉ. भगवतशरण चतुर्वेदी पुरस्कार(2008) और दुष्यन्त कुमार पुरस्कार' | |
जीवन परिचय | |
आलोक श्रीवास्तव-१ / परिचय |
ग़ज़ल संग्रह
प्रतिनिधि ग़ज़लें
- है कश्मीर धरती पे जन्नत का मंज़र / आलोक श्रीवास्तव-१
- तुम सोच रहे हो बस, / आलोक श्रीवास्तव-१
- अगर सफ़र में मेरे साथ मेरा यार चले / आलोक श्रीवास्तव-१
- अब तो ख़ुशी के नाम पर कुछ भी नहीं रहा / आलोक श्रीवास्तव-१
- इक हुनर है वो भी विरसे में मिला है / आलोक श्रीवास्तव-१
- ये नफ़्रतों की सदाएँ, वतन का क्या होगा / आलोक श्रीवास्तव-१
- वो दौर दिखा जिसमें इन्सान की ख़ूशबू हो / आलोक श्रीवास्तव-१
- हम तो ये बात जान के हैरान हैं बहुत / आलोक श्रीवास्तव-१
- ठीक हुआ जो बिक गए सैनिक / आलोक श्रीवास्तव-१
- बूढ़ा टपरा, टूटा छप्पर और उस पर बरसातें / आलोक श्रीवास्तव-१
- मंज़िल पे ध्यान हमने ज़रा भी अगर दिया / आलोक श्रीवास्तव-१
- जाड़े के बर्फ़ीले दिन / आलोक श्रीवास्तव-१
- मंज़िलें क्या हैं रास्ता क्या है / आलोक श्रीवास्तव-१