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"आग लगाने वाले भी कम नहीं यहाँ / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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किसके कहने पर तुमने घर छोड़ दिया
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इतने सरल नहीं हैं जीवन के रस्ते
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उस भोले पंछी को जाकर समझा दो
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जाल बिछाने वाले भी कम नहीं यहाँ
 
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15:18, 30 दिसम्बर 2018 के समय का अवतरण

आग लगाने वाले भी कम नहीं यहाँ
शोर मचाने वाले भी कम नहीं यहाँ

दरिया में उतरे हो तैर नहीं सकते
नाव डुबाने वाले भी कम नहीं यहाँ

रिश्तों को तोड़ने में मत विश्वास करो
बैर बढ़ाने वाले भी कम नहीं यहाँ

किसके कहने पर तुमने घर छोड़ दिया
पथ भटकाने वाले भी कम नहीं यहाँ

इतने सरल नहीं हैं जीवन के रस्ते
डाह दिखाने वाले भी कम नहीं यहाँ

उस भोले पंछी को जाकर समझा दो
जाल बिछाने वाले भी कम नहीं यहाँ