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"शाम / खीर / नहा कर नही लौटा है बुद्ध" के अवतरणों में अंतर

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12:16, 22 जनवरी 2019 के समय का अवतरण

पहुँचूँगा
दरवाजे़ पर खड़ी होगी वह
मुस्कान में उसकी
थकान पिघलेगी
पिघलेगी पिघलेगी पिघलेगी।