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"सूर्य / ये लहरें घेर लेती हैं / मधु शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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धरती पर महाकाल
तमशून्य हुआ सूर्य
दिक् दिक् दिक् क्षरित हुआ दिक्काल

सूर्य हुआ रक्तिम
अँधियारा वाचाल

उठा पूरब में
दक्षिण में
पश्चिम का विगलित अट्टहास...