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"कुशल क्षेम उसके ही हाथों रखा है / रंजना वर्मा" के अवतरणों में अंतर

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13:02, 19 मार्च 2019 के समय का अवतरण

कुशल क्षेम उसके ही हाथों रखा है
जनम दे जो संसार में भेजता है

जो कूदा अतल सिंधु गहराइयों में
उसे मोतियों का मिला सिलसिला है

सफलता अगर मिल न पायी भी तो क्या
न रुक कोशिशों का भी अपना मजा है

जला दे दिया हाथ ले ज्ञान बाती
कहाँ रोशनी में अँधेरा रहा है

अगर आज तूफान आता है आये
तेरे साथ में तो तेरा नाखुदा है