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"आज यूँ ही नहीं महकी मेरी तन्हाई है / सुमन ढींगरा दुग्गल" के अवतरणों में अंतर

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11:01, 23 मार्च 2019 के समय का अवतरण

आज यूँ ही नहीं महकी मेरी तन्हाई है
ऐसा लगता है हवा छू के तुझे आई है
फिर तेरी याद ने रोशन किये पलकों पे दिये
आज फिर नाज़िशे महफिल मेरी तन्हाई है