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[[Category:हास्य रस]]
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मास्टर सिंधी,
बच्चों को पढ़ाते थे हिंदी।
ब्लैक बोर्ड को देखते होलहौले-होलेहौले,
फिर श्यामलाल से बोले।
आपने पाँच मिनट में
सब पढ़ा दिया
ये देख में चोंकता मैं चौंकता हूँ,में मैं तो पूरे पीरियड में
एक पाठ नहीं पढ़ा पाता
जबकि कुत्तों की
तरह भौंकता हूँ।
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