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"तुम तो बोलो / शतदल" के अवतरणों में अंतर
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00:50, 15 मई 2020 के समय का अवतरण
मैंने कहा
दृगों से अपने
अधर मौन हैं
तुम तो बोलो ।
वैसे आँखों,
अधरों में
कोई भी अनुबन्ध नहीं है
मन लेकिन
कह सका न इनसे
मेरा कुछ सम्बन्ध नहीं है ।
ऐसे में
कोई यह बोला
मेरे बन्द
किवाड़ न खोलो ।