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"अहाँ के सोभे माँ हे सुन्दर मुकुट / मैथिली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

अहाँ के सोभे माँ हे सुंदर मुकुट
छनन छनन बाजे माँ के पैरों के नूपुर

(लाले लाले अंचरिया खन खन कंगना
चमचम चमके हे माँ अहाँ के रे गहना)-2
घनन घनन बाजे मैया चुनरी के घुंघुर
छनन छनन बाजे माँ के पैरों के नूपुर

(घट घट खप्पर वाली सोनित पीबई छी
नास असुर के दुष्टक हवन करई छी) -2
तामस के मारल मईया लगई चूरमचूर
छनन छनन बाजे माँ के पैरों के नूपुर

(शेर सवारी शेरावाली कहबई छी
दस भूजा वाली सबहक कष्ट हरईछी) -2
तीन नयन से अहाँ ताकईछी टुकुर
छनन छनन बाजे माँ के पैरों के नूपुर