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"मेरे आस-पास / नोमान शौक़" के अवतरणों में अंतर

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टूटी हुई बांसुरी<br />
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सूखे हांठों पर धरी है<br />
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टूटी हुई बाँसुरी<br />
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सूखे होंठों पर धरी है<br />
 
बरसों से<br />
 
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टूटा हुआ गुलदान <br />
 
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पड़ा है मेरे सामने <br />
 
पड़ा है मेरे सामने <br />
फूलों की बिखरी पंखुड़ियां भी<br />
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फूलों की बिखरी पंखुड़ियाँ भी<br />
 
नहीं चुनी जा सकतीं<br />
 
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टूटी हुई व्हील चेयर पर बैठकर<br />
 
टूटी हुई व्हील चेयर पर बैठकर<br />
 
बल्कि<br />
 
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और बढ़ती जा रही है<br />
 
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टूटे हुए पांव की पीड़ा।<br />
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टूटे हुए पाँव की पीड़ा।<br />
  
 
मेरे आसपास<br />
 
मेरे आसपास<br />
 
कुछ भी वैसा नहीं<br />
 
कुछ भी वैसा नहीं<br />
 
जैसा होना चाहिए !
 
जैसा होना चाहिए !

00:09, 15 सितम्बर 2008 का अवतरण

टूटी हुई बाँसुरी
सूखे होंठों पर धरी है
बरसों से

टूटा हुआ गुलदान
पड़ा है मेरे सामने
फूलों की बिखरी पंखुड़ियाँ भी
नहीं चुनी जा सकतीं
टूटी हुई व्हील चेयर पर बैठकर
बल्कि
और बढ़ती जा रही है
टूटे हुए पाँव की पीड़ा।

मेरे आसपास
कुछ भी वैसा नहीं
जैसा होना चाहिए !