भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कान कनैठी अटकन चटकन / जलज कुमार अनुपम" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatBaalKavita}} {{KKCatBhojpuriRac...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
|रचनाकार=
+
|रचनाकार=जलज कुमार अनुपम
 
|अनुवादक=
 
|अनुवादक=
 
|संग्रह=
 
|संग्रह=

13:25, 15 जून 2020 के समय का अवतरण

कान कनैठी अटकन चटकन
पटरी इसलेट हवे बचपन
साफ करेजा आ निश्छल मन
खेले कूदे के करत जतन
घोघो रानी केतना पानी
कहे कहानी दादी नानी
मछरी हउवे जल के रानी
मर जाला जे बिन पानी