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"जरुरी है यह समझना / जलज कुमार अनुपम" के अवतरणों में अंतर
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13:33, 15 जून 2020 के समय का अवतरण
जरुरी है यह समझना
कि उसका अपना
एक स्वतंत्र अस्तित्व है
देह से लेकर मन तक पर
सिर्फ उसका अधिकार है
समानता और बराबरी का
ढोंग छोड़कर
जरुरी है यह समझना
कि उसके हिस्से के
अच्छे या बुरे
तमाम फैसलें उसके अपने है।
उसके लिए
एक उन्मुक्त और तनावरहित
समाज देना
रोटी कपड़ा और मकां जितना ही जरुरी है
और इसके साथ ही
जरुरी है यह समझना
कि उसके होने से
हमारा होना है
पर फिर भी हम
उसके नही हो सके है।