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"वो भी चुपचाप है इस बार, ये किस्सा क्या है / हस्तीमल 'हस्ती'" के अवतरणों में अंतर
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− | तुम भी ख़ामोश हो सरकार, ये | + | तुम भी ख़ामोश हो सरकार, ये क़िस्सा क्या है |
− | + | सिर्फ़ नफ़रत ही थी मेरे लिए जिनके दिल में | |
− | हो गए वे भी | + | हो गए वे भी तरफ़दार, ये क़िस्सा क्या है |
सामने कोई भँवर है न तलातुम फिर भी | सामने कोई भँवर है न तलातुम फिर भी | ||
− | छूटती जाए है पतवार, ये | + | छूटती जाए है पतवार, ये क़िस्सा क्या है |
बैठते जब हैं खिलौने वे बनाने के लिए | बैठते जब हैं खिलौने वे बनाने के लिए | ||
− | उनसे बन जाते हैं हथियार, ये | + | उनसे बन जाते हैं हथियार, ये क़िस्सा क्या है |
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15:08, 17 जून 2020 के समय का अवतरण
वो भी चुपचाप है इस बार, ये क़िस्सा क्या है
तुम भी ख़ामोश हो सरकार, ये क़िस्सा क्या है
सिर्फ़ नफ़रत ही थी मेरे लिए जिनके दिल में
हो गए वे भी तरफ़दार, ये क़िस्सा क्या है
सामने कोई भँवर है न तलातुम फिर भी
छूटती जाए है पतवार, ये क़िस्सा क्या है
बैठते जब हैं खिलौने वे बनाने के लिए
उनसे बन जाते हैं हथियार, ये क़िस्सा क्या है