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"जुगनू बन या तारा बन / हस्तीमल 'हस्ती'" के अवतरणों में अंतर

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राजा को समझाने निकला
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जूगनू बन या तारा बन
अपनी जान गँवाने निकला
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राहों का उजियारा बन
  
सारी बस्ती राख हुई तब
+
सुर ही तेरा जीवन है
बादल आग बुझाने निकला
+
बंसी बन या तारा बन
  
यार! यहाँ तो सब अंधे हैं
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आवारा का मतलब जान
किसको ज़ख़्म दिखाने निकला
+
शौक़ से फिर आवारा बन
  
सारे जग में जिसको ढूँढ़ा
+
एक किसी का क्या बनना
वो मेरे सिरहाने निकला
+
दुनिया भर का प्यारा बन
  
कह दो ज़ालिम आंधी से तुम
+
सच इसां की दुनिया में
'हस्ती' दीप जलाने निकला
+
घूम रहा बेचारा बन।
 
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17:55, 18 जून 2020 के समय का अवतरण

 जूगनू बन या तारा बन
राहों का उजियारा बन

सुर ही तेरा जीवन है
बंसी बन या तारा बन

आवारा का मतलब जान
शौक़ से फिर आवारा बन

एक किसी का क्या बनना
दुनिया भर का प्यारा बन

सच इसां की दुनिया में
घूम रहा बेचारा बन।