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"किस पे ये ग़म असर नहीं / हस्तीमल 'हस्ती'" के अवतरणों में अंतर

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किस पे ये ग़म असर नहीं करते  
 
किस पे ये ग़म असर नहीं करते  
]िफा लेकिन शजर नहीं करते  
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फ़िक्र लेकिन शजर नहीं करते  
  
 
हम बदलते नहीं हवा के साथ  
 
हम बदलते नहीं हवा के साथ  

17:56, 18 जून 2020 के समय का अवतरण

किस पे ये ग़म असर नहीं करते
फ़िक्र लेकिन शजर नहीं करते

हम बदलते नहीं हवा के साथ
हम पे मौसम असर नहीं करते

एक सूरज बहुत ज़रूरी है
चाँद - तारे सहर नहीं करते

उन गुलों में महक नहीं आती
ख़ारों में जो बसर नहीं करते

रोने का भी सलीका होता है
अपने दामन को तर नहीं करते