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"बदरा उमड़ि-उमड़ि घन गरजय / मैथिली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

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दादुर मोर पपीहा गाबय
 
दादुर मोर पपीहा गाबय
 
जिया उमताबय ना, हो जिया उमताबय ना
 
जिया उमताबय ना, हो जिया उमताबय ना
बदरा...
 
 
बिरहक आगि कुहुकि कुहुकाबय
 
बिरहक आगि कुहुकि कुहुकाबय
 
बइरी कोइलिया ना, हो बइरी कोइलिया ना
 
बइरी कोइलिया ना, हो बइरी कोइलिया ना
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पिउ के पाती लिखब हम कत विधि
 
पिउ के पाती लिखब हम कत विधि
 
तइयो ने पिघलय ना, हो तइयो ने पिघलय ना
 
तइयो ने पिघलय ना, हो तइयो ने पिघलय ना
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कन्त हमर हियहन्त भेल छथि
 
कन्त हमर हियहन्त भेल छथि
 
दरदो ने जानय ना, हो दरदो ने जानय ना
 
दरदो ने जानय ना, हो दरदो ने जानय ना
 
बदरा...
 
बदरा...
 
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20:01, 20 जून 2020 के समय का अवतरण

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बदरा उमड़ि-उमड़ि घन गरजय
बुन्दिया बरिस लागय ना
बदरा...
दादुर मोर पपीहा गाबय
जिया उमताबय ना, हो जिया उमताबय ना
बिरहक आगि कुहुकि कुहुकाबय
बइरी कोइलिया ना, हो बइरी कोइलिया ना
बदरा...
पिउ के पाती लिखब हम कत विधि
तइयो ने पिघलय ना, हो तइयो ने पिघलय ना
कन्त हमर हियहन्त भेल छथि
दरदो ने जानय ना, हो दरदो ने जानय ना
बदरा...