भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"असल बात / जेम्स फ़ेंटन" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=जेम्स फ़ेंटन |संग्रह=जेम्स फ़ेंटन चुनिंदा क...)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:52, 21 सितम्बर 2008 के समय का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: जेम्स फ़ेंटन  » संग्रह: जेम्स फ़ेंटन चुनिंदा कविताएँ
»  असल बात

उसकी पत्नी ने हामी भरी

और वह हंस दी एक रहस्यमय ढंग से

ठंडी हवा के झोंके की तरह जो

उड़ा ले जाए पत्ते को

यहां तक कि जानने वाले भी चौंधया जाए

इसमें वह असली बात बताना भूल गया

यह नहीं है वह

जिसे जानना चाहता है वह

असल में जिसे वह नहीं जानना चाहता

यह तो वह है

जो उन्होंने कहा

ये वह नहीं है

ये तो वह है

जिसे वह कहते ही नहीं।