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»  पंक्तियां जिनको किसी भी भाषा में कहा जा सकता है

बढ़ती है जिसकी आ?बादी

क़ब्रिस्तान के पास

भीड़ करती हैं वहां अपना जीवन बसर

स्मारकों के नज़दीक

कभी इस कदर ठंड न थी

एक पैराशूट झूलता हुआ

परियों और मृतकों की ख़ाक़ के बीच

वह नयों के लिए जगह बना देता

लकड़ी के बिस्तरों की

बेइंतहा दरकार थी

लोग अपने पेट्रोल की सप्लाई

बचाकर रखते किसी लीटरभर बोतल में

जिसे उनके बच्चे

समाधि-स्थल के गेट के पास बेचते होते

शहर की उस रात पर

रॉकेट गिरे दनादन

हुए हमले

फ़ायर ब्रिगेड ने

समय की

कर डाली नीलामी

लोगों ने अपने पैसे

बिस्तरों के नीचे ठूंस दिए

ताकि वह उनको दे सकें

फ़ायरब्रिगेड वाले को

झोपड़ क़स्बा नष्ट कर दिया गया

खोल दिए गए

समाधि-स्थल के द्वार

एयरपोर्ट से ज़्यादा दूर नहीं

एक विमान को गिराए जाते देखना

कई सारे विश्व समुदाय

भय से भर गए

अगले रोज़

वो खड़े होते हैं अखाड़े की पांत में

कहने के लिए हमें बख़्स दो

पहुंचती है जब सेना

विजय पताका लहराकर

फ़ायरब्रिगेड स्वागत करता है बाहें फैलाए

यही है महज़

एक स्वत: स्फूर्त प्रदर्शन

उनके हक़ में

दूसरे स्वत: स्फूर्त प्रदर्शन

जो उनके लिए होते हैं

उनको आयोजित करते हैं

विजय पताका फहराने वाले