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लड़कियों की देह की माटी से
बनी हैं
सभी देव प्रतिमाएँ
इसलिए
ईशपूजा से भागती हैं लड़कियाँ ।
जो लड़कियाँ
धर्मच्युत बताई जाती हैं
वास्तव में धर्ममुक्त होती हैं
वे न परम्परा ढोती हैं
न त्योहार
वे ढूँढ़ती हैं विचार
वे न रीति सोचती हैं
न रिवाज
वे सोचती हैं आज
नई तारीख़ लिखती
इन लड़कियों की
हर यात्रा तीर्थ है ।