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"यह अपना वतन पाक है मिट्टी जिसकी / रमेश तन्हा" के अवतरणों में अंतर

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11:30, 7 सितम्बर 2020 के समय का अवतरण

 
यह अपना वतन पाक है मिट्टी जिसकी
जां से भी है प्यारी हमें हर शय इसकी
लेकिन इंसानियत से बढ़ कर भी है कुछ
मुल्कों में बहम फिर फौकीयत किसकी।