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"आज कल जिसका नाम चल रहा है / राज़िक़ अंसारी" के अवतरणों में अंतर

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आप और हम सलाम भी न करें
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आज कल जिसका नाम चल रहा है
नफ़रतें इतनी आम भी न करें
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उसका ख़ूब एहतराम चल रहा है
  
कुछ न बोलें तेरे ख़िलाफ़ मगर
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चल रहा है ये झूट तेज़ी से
ख़ुद से क्या अब क़लाम भी न करें
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आज कल ख़ूब काम चल रहा है
  
कर नहीं पाएं गर हिफाज़त आप
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क़ैस तन्हा नहीं है सहरा में
क़त्ल का इंतज़ाम भी न करें
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अब हमारा भी नाम चल रहा है
  
कुछ न कुछ हम से काम है वर्ना
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आप फ़ुरसत में आइयेगा कभी
आप यूँ तो सलाम भी न करें
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मेरा मुझ से कलाम चल रहा है  
  
लोग हमदर्दियां जताने लगें
+
जो ये कहता है करने लगते हैं
दर्द को इतना आम भी न करें
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हम पे दिल का निज़ाम चल रहा है
  
सिर्फ़ उलझे रहें सियासत में
 
लोग क्या काम वाम भी न करें
 
 
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08:01, 20 दिसम्बर 2020 के समय का अवतरण


आज कल जिसका नाम चल रहा है
उसका ख़ूब एहतराम चल रहा है

चल रहा है ये झूट तेज़ी से
आज कल ख़ूब काम चल रहा है

क़ैस तन्हा नहीं है सहरा में
अब हमारा भी नाम चल रहा है

आप फ़ुरसत में आइयेगा कभी
मेरा मुझ से कलाम चल रहा है

जो ये कहता है करने लगते हैं
हम पे दिल का निज़ाम चल रहा है