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"रोज़ / विवेक चतुर्वेदी" के अवतरणों में अंतर

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18:34, 27 मई 2021 के समय का अवतरण

दिन
एक पहाड़ है
सूरज है
सुबह की चाय

साँझ
पहाड़ के पार
एक झील है
रात है
उसमें डूब के
मर जाना ।।