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"उन्होंने मुझे इतना सताया / अपअललोन ग्रिगोरिइफ़ / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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20:38, 21 जनवरी 2022 के समय का अवतरण

उन्होंने मुझे
इतना सताया,
कि मैं मौत को भी
न भाया ।

कुछ ने अपना
प्रेम जताया,
और कुछ ने
अपना वैर दिखाया ।

मूल रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय

और लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
             Аполло́н Григо́рьев
     Они меня истерзали… (из Гейне)

Они меня истерзали
И сделали смерти бледней, —

Одни —
своею любовью,
Другие —
враждою...