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"आजै र राती के देखेँ सपना / माधवप्रसाद घिमिरे" के अवतरणों में अंतर
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कहाँ हो कहाँ बादल भित्र म रोई रहेको | कहाँ हो कहाँ बादल भित्र म रोई रहेको | ||
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वारि र पारि घाम र छायाँ माझैमा पियार | वारि र पारि घाम र छायाँ माझैमा पियार | ||
संसारमा जन्म, दिएर ईश्वर बैँशमा नमार | संसारमा जन्म, दिएर ईश्वर बैँशमा नमार |
12:57, 17 फ़रवरी 2022 के समय का अवतरण
आजै र राती के देखेँ सपना मै मरी गएको
बतास बिना हांगाको फूल भुइँ झरी गएको
मर्स्याङ्ग्दी नदी नरमाईलो सुसाई रहेको
कहाँ हो कहाँ बादल भित्र म रोई रहेको
वारि र पारि घाम र छायाँ माझैमा पियार
संसारमा जन्म, दिएर ईश्वर बैँशमा नमार
आजै र राती के देखेँ सपना मै मरि गएको
बतास बिना हांगाको फूल भुइँ झरि गएको