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[[ममता व्यास|डॉ. ममता व्यास]] मुक्त लेखक हैं, विधाओं से मुक्त, भाषा के परम्परागत स्वरूप से मुक्त। यह मुक्ति सहज और क्रमिक रूप से अर्जित की गई है। सोच के स्तर पर सर्वथा नवीनता और कहन के स्तर पर भी। प्रेम का अलौकिक स्वरूप उनका मूल कथ्य है। आप कई वर्षों से लेखन जुड़ीं हैं। वर्तमान में मनोवैज्ञानिक सलाहकार के तौर पर समाज को अपनी सेवायें प्रदान कर रही हैं। | [[ममता व्यास|डॉ. ममता व्यास]] मुक्त लेखक हैं, विधाओं से मुक्त, भाषा के परम्परागत स्वरूप से मुक्त। यह मुक्ति सहज और क्रमिक रूप से अर्जित की गई है। सोच के स्तर पर सर्वथा नवीनता और कहन के स्तर पर भी। प्रेम का अलौकिक स्वरूप उनका मूल कथ्य है। आप कई वर्षों से लेखन जुड़ीं हैं। वर्तमान में मनोवैज्ञानिक सलाहकार के तौर पर समाज को अपनी सेवायें प्रदान कर रही हैं। | ||
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* सारंगा (2019) | * सारंगा (2019) | ||
* एक्वेरियम (2017) | * एक्वेरियम (2017) | ||
* प्रेम रसायन हमरे पासा (प्रथम संस्करण 2014) | * प्रेम रसायन हमरे पासा (प्रथम संस्करण 2014) | ||
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* मास्टर आफ जर्नलिज्म | * मास्टर आफ जर्नलिज्म |
09:57, 22 फ़रवरी 2022 के समय का अवतरण
डॉ. ममता व्यास मुक्त लेखक हैं, विधाओं से मुक्त, भाषा के परम्परागत स्वरूप से मुक्त। यह मुक्ति सहज और क्रमिक रूप से अर्जित की गई है। सोच के स्तर पर सर्वथा नवीनता और कहन के स्तर पर भी। प्रेम का अलौकिक स्वरूप उनका मूल कथ्य है। आप कई वर्षों से लेखन जुड़ीं हैं। वर्तमान में मनोवैज्ञानिक सलाहकार के तौर पर समाज को अपनी सेवायें प्रदान कर रही हैं।
प्रकाशित पुस्तकें
- शोर नहीं सोर (2022)
- सारंगा (2019)
- एक्वेरियम (2017)
- प्रेम रसायन हमरे पासा (प्रथम संस्करण 2014)
शिक्षा
- मास्टर आफ जर्नलिज्म
- एम.ए. मनोविज्ञान
- पीएचडी (मनोविज्ञान)
कार्य अनुभव
पत्रकारिता, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में कार्य