भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शान्ति / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लैंग्स्टन ह्यूज़ |अनुवादक=अमर नद...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:58, 19 अप्रैल 2022 के समय का अवतरण
हम गुज़रे उनकी क़ब्रों के पास से
वहाँ सिर्फ़ मुर्दे थे
विजयी या पराजित,
कोई फ़र्क नहीं पड़ता था उन्हें ।
उस अन्धेरे में
वे नहीं देख सकते थे
किसको हासिल हुई
जीत !
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम
—
लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Langston Hughes
Peace
We passed their graves:
The dead men there,
Winners or losers,
Did not care.
In the dark
They could not see
Who had gained
The victory.
Langston Hughes Saturday, March 27, 2010