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* [[नहीं जानती थी मैं कि मुझे इतना था प्यार / के. श्रीलता / राजेश कुमार झा]]
 
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20:17, 5 जून 2022 के समय का अवतरण

के. श्रीलता
K Srilata.jpg
जन्म 1968
निधन
उपनाम
जन्म स्थान राँची, झारखण्ड, भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
नख़लिस्तान की निशानदेही (Bookmarking the Oasis, 2015), अष्टबाहु के बारे में लिखत (Writing Octopus, 2013), जल्दी ही पहुँचूँगी (Arriving Shortly, 2011), समुद्र की तरह नीला बच्चा (Seablue Child, 2002)
विविध
के. श्रीलता आई.आई.टी. चेन्नई में मानविकी और समाज-विज्ञान विभाग में अँग्रेज़ी की प्रोफ़ेसर हैं। कविता के अलावा अँग्रेज़ी में उपन्यास और कहानियाँ भी लिखी हैं। ’चार लोगों के लिए दस्तरख़ान’ इनका प्रसिद्ध उपन्यास है। ’नारियल का आधा हिस्सा’ इनके चर्चित कहानी-संग्रह का नाम है। तमिल कविता के इनके अनुवादों का एक संग्रह पेंगुइन प्रकाशन से छप चुका है। "दक्षिण भारत की कहानियाँ" शीर्षक से एक संग्रह का सम्पादन किया है। 1998 में ब्रिटिश कौंसिल द्वारा आयोजित ’अखिल भारतीय काव्य प्रतियोगिता में श्रीलता को पहला पुरस्कार मिला था। फिर सन 2000 में ब्राऊन क्रिटीक द्वारा स्थापित गौरी मजूमदार पुरस्कार मिला। 2002 में यूनिसन ब्रिटिश कौंसिल कविता पुरस्कार मिला।
जीवन परिचय
के. श्रीलता / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/



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