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"आनन्द कैसे मिला ? / कविता भट्ट" के अवतरणों में अंतर
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13:03, 8 जून 2022 के समय का अवतरण
कोई भी नहीं
पहचानता मुझे
नहीं जानती
अराजक भीड़ भी
जो निरंतर
जपती रहती है
पेट या फिर
अधोस्थित अंगों के
मूलमंत्र ही
अवकाश कहाँ है
इतना उसे
ठहरकर थोड़ा
अरण्य मध्य
विरक्त साध्वी हेतु
कुछ क्षण दे
और यह पूछे कि
आनन्द कैसे मिला?