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"लिलॉक का पेड़ / अन्द्रेय वज़निसेंस्की / श्रीकान्त वर्मा" के अवतरणों में अंतर
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17:28, 6 जुलाई 2022 के समय का अवतरण
पेरिस की तरह है लिलॉक का पेड़,
जगर-मगर करती मधुमक्खियों-सी खिड़कियों से
हाथ में हिलाते हो तुम चाँदी की तरह चमचमाती
इमारतों का गुच्छा, भीगा और नम ।
गुनगुनाता, फूल-फूल पर डोलता
सुख और शोक में मौन
मधुमक्खी की तरह
मैं
बटोरता हूँ पेरिस
आँखों के कोष में
अँग्रेज़ी से अनुवाद : श्रीकांत वर्मा