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"जिन्हें छोड़कर जा रहा हूँ / निकअलाय रेरिख़ / वरयाम सिंह" के अवतरणों में अंतर

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मूल रूसी भाषा से अनुवाद : वरयाम सिंह

लीजिए, अब यही कविता मूल भाषा में पढ़िए

            Николай Рерих

утром.