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सपना जब मर जाए
तब मुँह से रुलाई भी
मुश्किल से निकलेगी
इसलिए बैठकर बहा लो आँसू
कुछ पल दुःख मना लो
फिर उसकी लाश कहीं दूर जाकर
गाड़ आओ ताकि
कभी नज़र न पड़े ।
—
अँग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र