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"यह हमारी एकता ही देश की पहचान है / डी .एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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+ | आपसी सौहार्द ही सचमुच हमारी शान है | ||
+ | सच कहें जिस आदमी के पास में ईमान है | ||
+ | मानिये , वह आदमी सबसे अधिक धनवान है | ||
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+ | मज़हबी चश्मे पहनकर यूं न हमको घूरिए | ||
+ | दोस्तो हिंदी हैं हम , इस बात पर अभिमान है | ||
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+ | मंदिरों औ मस्जिदों के क्यों विवादों में पड़ें | ||
+ | इश्क़ वालों के लिए तो इश्क़ ही भगवान है | ||
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+ | यह हक़ीक़त है , इसे महसूस करके देखिए | ||
+ | जोड़ना सबसे कठिन है , तोड़ना आसान है | ||
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+ | हो अगर नफ़रत कहीं तो दूर होनी चाहिए | ||
+ | दिल में बस मेरे यही छोटा -सा इक अरमान है | ||
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+ | आंख में पानी हो जिसकी, होंठ पर मीठी जुबां | ||
+ | दिल में हो जिसके दया सच्चा वही इन्सान है | ||
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15:05, 15 दिसम्बर 2022 के समय का अवतरण
यह हमारी एकता ही देश की पहचान है
आपसी सौहार्द ही सचमुच हमारी शान है
सच कहें जिस आदमी के पास में ईमान है
मानिये , वह आदमी सबसे अधिक धनवान है
मज़हबी चश्मे पहनकर यूं न हमको घूरिए
दोस्तो हिंदी हैं हम , इस बात पर अभिमान है
मंदिरों औ मस्जिदों के क्यों विवादों में पड़ें
इश्क़ वालों के लिए तो इश्क़ ही भगवान है
यह हक़ीक़त है , इसे महसूस करके देखिए
जोड़ना सबसे कठिन है , तोड़ना आसान है
हो अगर नफ़रत कहीं तो दूर होनी चाहिए
दिल में बस मेरे यही छोटा -सा इक अरमान है
आंख में पानी हो जिसकी, होंठ पर मीठी जुबां
दिल में हो जिसके दया सच्चा वही इन्सान है