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"उनके घर के करीबतर होता / मोहम्मद मूसा खान अशान्त" के अवतरणों में अंतर

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17:28, 28 फ़रवरी 2023 के समय का अवतरण

उनके घर के करीबतर होता
तो मिरा घर भी कोई घर होता

उन हवाओं से साँस भर लेता
उनका आँचल जिधर जिधर होता

गुन गुनाता नई-नई गज़लें
वो मिरी ज़ीस्त मे अगर होता

सज़ सँवर के निकलते वो बाहर
ईद का ज़श्न अपने घर होता

आरज़ू दिल में है यही मूसा
आपका दर और अपना सर होता