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19:16, 30 मई 2023 के समय का अवतरण
बरसात में ब्लतवा कीचड़ भरी और मैली है
हमारी मुलाक़ातें
आदत बन चुकी हैं
और ग्लानि से भर चुकी हैं
तुम तंग पुल पर चल रही हो
तीन बार हम एक-दूसरे से कतराये
आज हम मिलेंगे शायद
लम्बे वियोग के बाद लम्बी विदाई
तुम्हारा पहला प्यार
किसी पंछी की चीख़ की तरह
और आज की बारिश जैसे हमारा प्यार
पुल डूब रहा है
हम उसको याद नहीं करेंगें
इसलिए आज हम अपनी-अपनी ओर चले जाएँगे ।
मूल चेक भाषा से अनुवाद : शारका लित्विन