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"जानने की चाह / मीता दास" के अवतरणों में अंतर

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04:48, 3 जुलाई 2023 के समय का अवतरण

गोली मारो यह एक साधारण शब्द है फिर भी
गोली कौन मार रहा है,
गोली क्यों मारी जा रही है मैं जानना चाहती हूँ
गोली-बंदूक कहाँ हो रही हैं इकट्ठी या इकट्ठी हो चुकी हैं
मैं समझना चाहती हूँ !

गोली मारो एक साधारण सा शब्द है
पर मतलब कई रखता है...

मैं समझना चाहती हूँ और
समझाना भी चाहती हूँ
जो.... जानकर भी
अनजान बने बैठे हैं

 ....आरामगाहों में।