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अपने दुश्मन में मैंने अपना मेहरबां देखा
ऐसे हालात पे रोना अय्याम में भी रोना खूब आया मुझे
जब फटेहाल कभी अपना गिरेबां देखा
हज़ार मुश्किलें हों फिर भी हमें तो मुश्किलों के बाद मुस्कराना है
हसीन फूल को कांटों के दरमियां देखा
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