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"इतना बड़ा क़द आपका तो डर तो लगेगा / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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12:27, 4 मई 2025 के समय का अवतरण
इतना बड़ा क़द आपका तो डर तो लगेगा
कोई नहीं है आप सा तो डर तो लगेगा
चींटी की क्या औकात जानते हैं आप भी
गजराज सामने खड़ा तो डर तो लगेगा
बाघों का ये स्वभाव है, इंसान का थोड़ी
हर बात पर गुर्रा रहा तो डर तो लगेगा
सारे शहर में पोस्टर लगे हैं आपके
हौवा खड़ा किया गया तो डर तो लगेगा
महफ़िल में बहुत लोग हैं पर आपकी तरह
दिखता नहीं है दूसरा तो डर तो लगेगा
मालाएँ सिर्फ़ दिख रहीं मूरत के आसपास
चेहरा नहीं है दिख रहा तो डर तो लगेगा
साँसों को थामकर यहाँ बैठे हुए हैं लोग
हर कोई है डरा हुआ तो डर तो लगेगा