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"वन में पड़े हिम का नीरव गीत / ओसिप मंदेलश्ताम" के अवतरणों में अंतर

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21:44, 7 जून 2025 के समय का अवतरण

वन में
पड़े हिम का नीरव गीत
तेरे क़दमों का संगीत

तू सरकी
उस हिम-दिवस को वैसे
सरके कोई छाया धीमे-से जैसे

गहरा था
जाड़ा रात की तरह
झालर-सी बर्फ़ टंगी थी सौगात की तरह

कौओं ने
अपनी टहनी पर रहकर
जीवन में देखा है सब-कुछ सहकर

मन में
उठती है एक तरंग
सपना एक दौड़े बन उमंग

प्रेरणा सारी
चकनाचूर हो पहुँची गर्त
जैसे टूटी हो कोमल-ताज़ा हिम की पर्त

मेरे मन का
यह हिम कोमल
नीरवता में हुआ सबल

(रचनाकाल :1909?)

मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
            Осип Мандельштам
            Музыка твоих шагов...

Музыка твоих шагов
В тишине лесных снегов,

И, как медленная тень,
Ты сошла в морозный день.

Глубока, как ночь, зима,
Снег висит как бахрома.

Ворон на своем суку
Много видел на веку.

А встающая волна
Набегающего сна

Вдохновенно разобьет
Молодой и тонкий лед,

Тонкий лед моей души –
Созревающий в тиши.

1909?