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"चांद पर जन्म नहीं लेती एक भी गीत-कथा / ओसिप मंदेलश्ताम" के अवतरणों में अंतर
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+ | Осип Мандельштам | ||
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+ | Ни одной былинки; | ||
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+ | И дома опрятней; | ||
+ | На луне не дома — | ||
+ | Просто голубятни; | ||
+ | Голубые дома — | ||
+ | Чудо-голубятни... | ||
− | + | 1914 | |
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15:25, 9 जून 2025 के समय का अवतरण
चाँद पर
जन्म नहीं लेती
एक भी गीत-कथा
चाँद पर
सारी जनता
बनाती है टोकरियाँ
बुनती है पयाल से
हल-फुल्की टोकरियाँ
चाँद पर
अन्धेरा है
उसके आधे हिस्से में
और शेष में
घर हैं साफ़-सुथरे
नहीं, नहीं
घर नहीं हैं चाँद पर
सिर्फ़ कबूतरख़ाने हैं
नीले-आसमानी घर
जिनमें रहते हैं कबूतर
(रचनाकाल : 1914)
मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
Осип Мандельштам
...На луне не растет
...На луне не растет
Ни одной былинки;
На луне весь народ
Делает корзинки —
Из соломы плетет
Легкие корзинки.
На луне — полутьма
И дома опрятней;
На луне не дома —
Просто голубятни;
Голубые дома —
Чудо-голубятни...
1914